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सीकर 15 नवम्बर। राजस्थान स्टेट एग्रो इण्डस्ट्रीज डवलपमेंट बोर्ड के अध्यक्ष रामेश्वर डूडी ने कहा है कि जब तक प्रदेश का किसान खेती के साथ उन्नति नहीं करेगा तब तक हमारा प्रदेश उत्कृष्ट नहीं बनेगा। बोर्ड अध्यक्ष डूडी मंगलवार को सामुदायिक भवन आद्योगिक क्षेत्र में प्रगतिशील कृषक खण्ड स्तरीय सवांद कार्यक्रम में किसानों के सुझाव सुन रहे थे। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला का उद्वेश्य है कि यहां का जो प्रगतिशील किसान है और जैविक खेती में जिन्होंने अपना नाम किया है इन सबका एक ग्रुप बनाकर उनके बीच जाकर चर्चा करेंगे। इन्हाने नया प्रोग्रेस कर उत्पादन किया, उन सबके बीच जाकर उनके अपने जो खेत है जहां उन्होने खेती की है वहां पर जाकर देखा जायेगा। उन्होंने कहा कि जब तक प्रदेश का किसान खेती के साथ उन्नति नहीं करेगा तब तक हमारे प्रदेश का किसान उत्कृष्ट नहीं बनेगा। राज्य सरकार ने वर्ष 2022-23 का बजट किसान के लिए समर्पित कर रखा है। 78 हजार करोड रूपये बजट में किसानों के लिए प्रावधान किये है। चाहे वह बिजली की बात हो या यूरिया की या खेत जोतने की बात हो या उसका अनाज सही तरीके से उसका उचित मूल्य मिले यह सारी बातें बजट के प्रावधान में रखा है और आने वाले समय में देश का किसान सबसे शक्तिशाली होगा।
उन्हाेंने कहा कि राजस्थान पॉवर सेक्टर में एक सोलर उर्जा का नया अयाम स्थापित करने जा रहा है जो पूरे देश में एक मिसाल होगी। हमारा ध्येय है कि आने वाले समय में किसानों को फसल बेचने के लिए सीधा लाभ दिलायेगें, हमारे देश की अर्थव्यवस्था किसानों की फसल पर ही निर्भर करती है उन्होंने कहा कि जिन किसानों के पास जमीन कम है उनको पोलिहाउस लगाकर खेती करनी चाहिए। जिला-खण्ड- तहसील-गांव-ढाणी तक जाकर किसानों के सुझाव सुनेंगे उनको एकत्रित करके मुख्यमंत्री को सोपेगें।
सवांद कार्यक्रम में राजस्थान स्टेट एग्रो इण्डस्ट्रीज डवलपमेंट बोर्ड की उपाध्यक्ष सुचित्रा आर्य ने कहा कि राजस्थान की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए हर जिले में अलग-अलग फसलें होने के कारण किसानों की समस्याएं मिलती है किसान हित में कृषि उद्यम को अधिक आसान, सुगम, लाभकारी एवं प्रभावी बनाने के लिए बात कही। उन्होंने बताया कि जैविक खेती उत्पादन को बेचने के लिए बाजार में जगह मिलने के लिए प्रयास किया जा रहा है।
इस अवसर पर प्रगतिशील किसान मोटाराम, रामचन्द्र सुंडा, भंवरलाल बगडियां, गिरधारीलाल झुंझुनू, ओमप्रकाश शर्मा, शेर सिंह खोरी डुंगर, अजय कुमार गुप्ता, मोडुराम, जोरसिंह चिराना, महेश कुमार जाखड सहित किसानों ने पानी की कमी, बैंक लोन लेने में आ रही दिक्कतों के साथ बिजली कनेक्शन को लेकर, उपज कलस्टर बनाने प्रासेसिंग यूनिट लगाने एवं जैविक खेती उत्पादन की ठोस नीति बनाई जाने के सुझाव दिये।
किसान संवाद कार्यक्रम में बीस सूत्री कार्यक्रम जिला उपाध्यक्ष सुनिता गठाला, फतेहपुर कृषि कॉलेज के डीन शीशराम ढाका, संयुक्त निदेशक कृषि प्रमोद शर्मा, उपनिदेशक कृषि हरदेव सिंह बाजिया, सत्यनारायण गढवाल आत्मा सहित प्रगतिशील किसान मौजूद थे।
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