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जिला स्तरीय समीक्षा समिति (डीएलआरसी) एवं जिला परामर्शदात्री समिति की समीक्षा बैठक आयोजित
सीकर, 16 मार्च। जिला स्तरीय समीक्षा समिति (डीएलआरसी) एवं जिला परामर्शदात्री समिति की समीक्षा बैठक गुरूवार को जिला कलेक्टर डॉ. अमित यादव की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। जिला कलेक्टर ने बैंकिंग अधिकारियों से कहा कि लोगों को योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ मिले इसके लिए बैंक कर्मी समर्पित भाव से समन्वय के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि बैंककर्मी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से समय पर ऋ़ण स्वीकृत कर किसानों, पशुपालकों एवं युवा उद्यमियों के जीवन मेंं खुशहाली लाने का माध्यम बन सकते है।
जिला कलेक्टर ने बैठक में वार्षिक साख योजना की समीक्षा करते हुए बैंकिंग व्यवसाय के तहत कुल जमा, कुल अग्रिम एवं ऋण जमा अनुपात की समीक्षा कर प्रगति के बारे में जानकारी ली।
जिला कलेक्टर डॉ. यादव ने बैंकवार सरकारी योजनाओं की समीक्षा की जिसमें स्वयं सहायता समूहों का गठन, सेविंग अकाउंट, बैंक ऋण आवेदन पत्रों एवं स्वीकृति की स्थिति की समीक्षा की। इन्दिरा महिला शक्ति उद्यम प्रौत्साहन योजना, पीएम स्वनिधि योजना, इन्दिरा शहरी क्रेडिट कार्ड योजना, किसान क्रेडिट कार्ड योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, फसल बीमा योजना एवं जनधन योजना के अन्तर्गत खोले गये खातो के बारे में जानकारी लेकर सभी बैंकों को शत-प्रतिशत करने के निर्देश दिए।
बैठक में नाबार्ड की योजनाओं के संबंध में चर्चा कर योजनाओं में अधिक से अधिक किसानों, पशुपालकों को लाभांवित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी बैंक अधिकारियों को सरकारी योजनाओं के पैंडिंग आवेदनों को जल्द से जल्द निस्तारण करने की हिदायत दी।
जिला कलेक्टर डॉ. अमित यादव ने कहा कि सभी उपखण्ड़ अधिकारी ब्लॉक स्तर पर बैठक करते है उनमें बैंक का प्रतिनिधि भी जायें ताकि उपखण्ड स्तर की बैंकर्स संबंधी समस्याओं का समाधान हो सके।
उन्होंने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड के संबंध में बैंकों को नये—नये नवाचार करने चाहिए। वित्तीय लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए डिजिटल लेनदेन को बढावा दें, जिससे बैंकों का कार्यभार कम होगा।
उन्होंने सभी बैकर्स को कहा कि लेनदेन के दौरान हो रही आनलाईन धोखाधडी व डिजिटल ट्रांजेक्शन के बारें में लोगो को जागरूक करें। क्योंकि उनके मन से डर निकालना बहुत जरूरी है। उन्होंने सभी बैकर्स को कहा कि लोगों को सिविल स्कोर की महत्वता बतायें, उन्होंने कहा कि अधिकतर लोगों को यह पता नहीं रहता है कि उनका सिविल स्कोर क्या है, जिससे उनकों ऋण लेने में परेशानी का सामना करना पड़ता है, इसके बारें में भी आमजन को अधिक से अधिक जागरूक करें।
जिला कलेक्टर डॉ. यादव ने सभी बैंकर्स को कहा कि ग्राहकों की सुविधा के लिए बैंकिग सुविधाओं में अधिक से अधिक विस्तार करें और आमजन को बताये कि बैंक की सेवाओं में किसी भी प्रकार का रिस्क नहीं है।
बैठक में आरबीआई सहायक महाप्रबन्धक राकेश शर्मा, अग्रणी जिला प्रबन्धक ताराचंद परिहार, डीडीएम नाबार्ड एम.एल. मीणा, सहायक निदेशक महिला अधिकारिता डॉ. अनुराधा सक्सेना, डीपीएम राजीवीका अर्चना मौर्य, महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र विकास सिहाग सहित विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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