सीकर28 सितम्बर। शहर के रामलीला मैदान में चल रहे श्रीलक्ष्मी गौपुष्टि महायज्ञ गुरुवार को देशभर से आये संतो व महामंडलेश्वर के सानिध्य में नौकुण्डीय महायज्ञ की पुर्णाहुति हुई। आयोजन समिति से जुड़े हनुमान सिंह पालवास ने बताया कि पूर्णाहुति में संतों के साथ जिलेभर से भक्तों ने महायज्ञ में आहूति देकर गौ सेवा,पर्यावरण, प्रकृति संरक्षण और राष्ट्र सेवा का संकल्प लिया। मुख्य यजमान, स्वागत अध्यक्ष समिति , आयोजन वित्त समिति, मातृशक्ति सेवा समिति, आयोजन समन्वय समिति व आयोजन समिति के महंत चंद्रमा दास महाराज ने सभी संतो को सनातनी वस्त्र व दक्षिणा देकर विदाई दी। उन्होंने सभी संतों का पुष्प वर्षा से स्वागत आयोजन में सहयोग के लिए आभार जताया। इस दौरान बाहर से आने वाले सभी संतो का शाल व श्रीफल भी दिया गया। इस अवसर पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है जो दिनभर चालता रहा । आयोजन समिति की मातृशक्ति कार्यकर्ताओं ने आए हुए भक्तों का भंडारे में खूब बढ़-चढ़कर स्वागत सत्कार और सेवा करने का भरपूर आनंद उठाया साथ ही गोपीनाथ गौशाला मंडली और विभिन्न सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता भी श्री लक्ष्मी गोपुष्टि महायज्ञ में आने वाले भक्तों की सेवा में तत्पर दिखाई दिए।यज्ञ महाराज की परिक्रमा करने के लिए शहर के बालक बालिकाओं से लेकर मातृशक्ति सहित पुरुष वर्ग भी यज्ञ परिक्रमा में पीछे नहीं है। यज्ञ परिक्रमा में शहरवासियों का परिक्रमा देने के लिए भारी उत्साह देखने लायक था। बच्चों से लेकर बूढ़े , महिला से लेकर पुरुष , हर जाति बिरादरी का व्यक्ति इस महायज्ञ में बिना किसी भेदभाव के एक सामाजिक समरसता से अपनी आहुति देता नजर आया जो वाकई में देखने लायक और सामाजिक सौहार्द का अनुपम उदाहरण था।
आयोजन समिति ने ख़बर गवाह को बताया कि इस महायज्ञ का मुख्य हेतु गौ सेवा प्रकृति पर्यावरण संरक्षण के साथ साथ एक ऐसे गुरुकुल की स्थापना करना है जहां सनातन धर्म के चारों वर्णों ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र के बालक बालिकाएं बिना किसी उच्च नीच भेदभाव के समान वैदिक गुरुकुल शिक्षा संस्कार व्यवहार ग्रहण करके राष्ट्र के लिए संस्कारी और समर्पित नागरिक बनाने का लक्ष्य ही इस महायज्ञ का परम ध्येय है जिसके लिए सर्व समाज के भामाशाहों ने बढ़ चढ़कर जमीन भूदान भी दिया और अपना आर्थिक सहयोग देते हुए ऐसे गुरुकुल की स्थापना में अपना पूर्ण तन मन धन से सहयोग देकर इस पुनीत कार्य में अपनी भागीदारी का आश्वासन दिया।
अभिमंत्रित रूद्राक्ष के लिये उमड़ा जनसैलाब
गौपुष्टि महायज्ञ में सवा लाख महामृत्युजंय मंत्रों के जाप से अभिमंत्रित रूद्राक्ष लेने के लिये गुरूवार को भक्तों का जन सैलाब उमड़ पड़ा। अभिमंत्रित रूद्राक्ष के लिये कूपन लेकर पहुंचे भक्तों को एक दिन की गौ सेवा के संकल्प के साथ रूद्राक्ष दिया गया।
यज्ञवेदी व यज्ञ मंडल के परिक्रमा करने के लिए महिलाओं का तांता लगा
गौपुष्टि महायज्ञ में यज्ञवेदी व यज्ञ मंडल के परिक्रमा करने के लिए महिलाओं का तांता लगा रहा। जीवंत गौ माता की सेवा व अखण्ड रामायण पाठ और अखंड कीर्तन का भी भक्तों ने खुब लुफ्त उठाया।
आयोजित समिति ने आमजन व सभी संगठनों के सहयोग के लिए सभी का आभार जताया
श्री लक्ष्मी गौपुष्टि महायज्ञ आयोजन समिति की ओर से इस भव्य व दिव्य समारोह में सहयोग देने वाली सभी सैकड़ो मातृशक्ति और कार्यकर्ताओं का विशेष आभार अभिव्यक्त किया गया। आयोजन समिति ने व्यक्तिगत किसी का नाम न लेकर उन सभी छोटे-बड़े कार्यकर्ता जिन्होंने प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से इस महायज्ञ में अपना सहयोग दिया उनको आयोजन समिति की तरफ से बहुत-बहुत आभार और अभिनंदन अभिव्यक्त किया गया।इसके अलावा सामाजिक संगठनों,गोशालाओ से जुड़े कार्यकताओं, मातृशक्ति जिन्होंने इस महायज्ञ में बिना रुके थके अनवरत अपना सहयोग दिया उनका भी आयोजन समिति की तरफ से हार्दिक आभार अभिव्यक्त किया गया। इसके अलावा श्रीकल्याण सांस्कृतिक मंडल , मीडिया परिवार , स्काउट स्वयंसेवको व जिला प्रशासन , पुलिस सेवा के सभी कार्मिकों व अधिकारियों का भी आभार व्यक्त किया गया।
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