गर्मी अपना तेवर दिखा रही है. जिससे इंसान के साथ पशु-पक्षियों के हाल बेहाल हैं.पर्यावरण को बचाने का अर्थ परिंदों को बचाना भी है। परिंदे प्रकृति के दूत हैं, इसीलिए वे हमें और हमारे पर्यावरण दोनों को संवारते और संदेश देते हैं।जयपुर रोड स्थित कृषि उपज मंडी में पक्षियों के लिए परिंडे लगाए इस दौरान पारस सेठी आलोक काला जय कुमार छाबड़ा प्रियंक जैन आदि उपस्थित थे साथ ही व्यापारी पारस सेठी प्रतिदिन सफाई कर पानी और दाना डालने का लक्ष्य लिया है प्रियंक जैन ने बताया कि पशु-पक्षियों को दाना-पानी देेने को अपनी आदत में शुमार कर लें अन्यथा खुद के लिए भी दाना-पानी का संकट और विकराल हो जाएगा। पशु-पक्षियों, पौधों और हरियाली का होना ही हमारे होने की शर्त है, जब तक इनका जीवन बना और बचा रहेगा, तब तक ही हमारा भी अस्तित्व होगा। गर्मी के इस मौसम में हर जीव को पानी की जरूरत तो पड़ती है. ऐसे कार्यों के लिए लोग आगे आ रहे हैं और वह अपने घरों या आस-पास स्थित पेड़ पर पक्षियों के लिए पानी के परिंडे लगा कर उन्हें गर्मी से निजात दिलाने में मदद कर रहे है।
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